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Business Loan Kaise le in Hindi?- Best Guide 2023

अगर आपको अपना नया बिजनेस शुरू करने के लिए लोन लेना हैं या पहले से ही चल रहे अपने कारोबार को और ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं तो आपको ये लेख जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इसमें आप जानेंगे कि बिज़नेस लोन क्या हैं?, बिज़नेस लोन कितने प्रकार के होते हैं?, बिज़नेस लोन के लिए योग्यता एवं शर्तें क्या हैं? एवं आप बिज़नेस लोन कैसे ले सकते हैं? (Business Loan Kaise le in Hindi?)

तो बिज़नेस लोन की पूरी जानकारी के लिए आप हमारे साथ अंत तक बने रहिये और इस लेख को पूरा पढ़ने की जरूर कोशिश करें ताकि बिज़नेस लोन से सम्बंधित सभी सवालों का जवाब आपको इसी लेख में मिल सकें।

आईये Business Loan के बारे में सबकुछ विस्तार से जानते हैं:

Table of Contents

बिज़नेस लोन क्या हैं?

अपनी कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए जो लोन लिया जाता है उसे Business Loan या Commercial Loan (व्यवसायिक लोन) कहा जाता हैं। देश में लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा भी कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनके अंतर्गत कारोबारियों को 50,000 से लेकर 10 लाख रूपये तक का लोन दिये जाते हैं।

बिज़नेस लोन कितने प्रकार के होते हैं? (types of business loans in india):

1. Fund Based Loans:

ये ऐसे लोन होते हैं जिसमे बैंक द्वारा उधारकर्ता को जितना लोन Senctioned हुआ हैं उतना Amount नकद रूप में दिया जाता हैं। ये अमाउंट एक ही बार में या अलग अलग पीरियड में लिया जा सकता हैं हालाँकि ये इस बात पर निर्भर करता हैं कि लोन किस प्रकार का हैं।

ये लोन कई प्रकार के होते हैं। आईये Fund Based Loan के प्रकार को समझते हैं –

Term Loans:

Term Loan एक निश्चित और छोटी अवधि के लिए दिया जाने वाला लोन हैं जिसकी अवधि 12 महीने से लेकर 60 महीने (5 वर्ष) तक होती हैं। Term Loan दो प्रकार के होते है – Short Term Loan और Long Term Loan. Term Loan के अंतर्गत लोन का भुगतान निर्धारित मासिक किश्तों यानि EMI के रूप में किया जाता हैं।

इस लोन का उद्देश्य विभिन्न व्यवसायिक उद्देश्यों जैसे – व्यापार बढ़ाने, भूमि खरीदने या पर लेने, मशीनरी खरीदने, प्लांट लगाने, कच्चे माल की खरीद करने, कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने, नए कर्मचारियों की भर्ती करने, बिज़नेस में Cash Flow बढ़ाने या अन्य व्यवसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता हैं।

Project Financing:

जब बिज़नेस में ज्यादा बड़े उद्देश्यों को पूरा करने के लिए बड़े अमाउंट की जरूरत हो तब Project Finance एक अच्छा उपाय माना जाता हैं। इसके अंतर्गत Long Term यानि लम्बी अवधि तक का लोन लिया जा सकता हैं जिसकी अवधि 5 साल से लेकर 25 साल तक होती हैं।

Baloon Loans:

ये एक ऐसा लोन होता हैं जिसके अंतर्गत उधारकर्ता को एक विशेष प्रकार की सुविधा मिलती हैं। इसमें जितना भी लोन लिया जाता हैं उतना मूल धन (Principal Amount) लोन के आखिर में जमा करना होता हैं और उस पर लगने वाले ब्याज (Interest) को लोन की पूरी अवधि में EMI के रूप में चुकाया जा सकता हैं।

Working Capital Loans:-

हर बिज़नेस के अंदर एक Working Capital की Cycle होती हैं। जैसे उदाहरण के लिए manufacturing business के अंतर्गत पहले कच्चा माल खरीदना होता हैं उसके बाद प्रोडक्ट का निर्माण होता हैं उसके बाद उस प्रोडक्ट की मार्केटिंग की जाती हैं तब जाकर उस प्रोडक्ट की Sell होती हैं। और तब जाकर उसका पैसा मिलता हैं।

और ये एक लम्बी Process होती हैं जिसमें 2 से 3 महीने तक जाते हैं। तो इस पूरी प्रोसेस के अंतर्गत जो भी खर्चें होते हैं वो एक कारोबारी को अपनी जेब से ही उठाने होते हैं। लेकिन कई बार इतना Sufficient Amount न होने की स्थिति में लोन लेना पड़ जाता हैं।

तो ऐसी स्थिति में एक कारोबारी को बैंक द्वारा कुछ विशेष प्रकार ही Loan Facility मिल जाती हैं जैसे – Cash Credit, Overdraft Facility, Bill Purchase & Bill Discounting, Pre-Shipment Finance

Cash Credit –

इसके अंतर्गत आपको अपने बिज़नेस की सभी inventory या Reeivables के माध्यम से बैंक द्वारा लोन मिल जाता हैं।

Overdraft Facility –

इसके अंतर्गत बैंक आपको आपके Current Account की balance histry के आधार पर Overdraft की facility प्रदान करता हैं। अर्थात हर महीने आपके current account में जो average balance रहता हैं उससे थोड़ा ज्यादा का अमाउंट अपने Current Account से Widrow कर सकते हैं।

Bill Purchase & Bill Discounting:

बिज़नेस के अंदर जब Client और Parteners पेमेंट को Delay कर देते हैं तो ऐसी स्थिति में कारोबार में Cash Flow बनाये रखने के लिए बैंक से लोन लिया जा सकता हैं।

Pre-Shipment Finance:

ये फाइनेंस खासकर International Trading में होती है। जैसे Import और Export Business. जब कोई विक्रेता प्रोडक्ट की supply करने से पहले माल का भुगतान चाहता हैं तो ऐसी स्थिति में बैंक द्वारा Pre-Shipment Finance की सुविधा ली जा सकती है।

SME Collateral Free Loans:

Samall and Medium Business के लिए Unsecured Loan मिलता हैं। जैसे – Startups, Existing Business आदि। ये लोन खासतौर से विनिर्माण (manufacturing industry) क्षेत्र के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाता हैं।

Government Scheme-

भारत में केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा भी कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की Loan Schemes चलायी जा रही हैं जैसे – प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (उत्तर प्रदेश), मुख्यमंत्री ग्रामीण उद्योग रोजगार योजना (उत्तर प्रदेश), प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना- इसके अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर्स को बिना ब्याज़ के लोन उपलब्ध कराया जाता हैं।

Construction Equipment Loan:

अगर आपका कंस्ट्रक्शन से सम्बंधित कोई बड़ा बिज़नेस हैं उसकी मशीनरी और उपकरण इत्यादि के लिए इस लोन को लिया जा सकता हैं।

Commercial Vehicle Loan:

यदि आपका बिज़नेस transport या Travelling से सम्बंधित हैं उसके लिए आप ये लोन ले सकते हैं। ये लोन 1 साल से लेकर 5 साल की अवधि तक के लिए मिलता हैं।

Other Types (अन्य बिज़नेस):

Loan Against Property, Lease Rental Discounting (LRD), Gold Loan, Loan Against Securities (FD, Mutual Fund, Stocks, Bond, Insurance Policies, etc.), ये सभी Security based Loan हैं और इनपे ब्याज दर (Interest Rate) भी कम लगती हैं।

ये कुछ Unsecured loan होते हैं इसमें ब्याज दर थोड़ी ज्यादा लगती हैं। जैसे – Personal Loan, Unsecured Loan against Company’s Strong Balance Sheet and Good Credit Record.

2. Non-Fund Based Loans:

ये फैसिलिटी खासतौर से International Trading और कभी कभी Domestic Treding (घरेलु व्यापार) के लिए दी जाती हैं। जब Importer और Exporter दोनों को एक दूसरे पर ट्रस्ट (विश्वाश) नहीं होता हैं। तो ऐसी स्थिति में Bank एक मध्यस्थ और गारंटर की भूमिका निभाते हैं।

इसके अंतर्गत आपको direct पैसा नहीं मिलता हैं बल्कि बैंक द्वारा आपके क्लाइंट को एक तरह की Guarantee दी जाती हैं की यदि किसी कारणवश आपसे कोई default हो जाता हैं तो ऐसी स्थिति में बैंक आपके क्लाइंट को पैसा देगा। ये फैसिलिटी दो प्रकार की होती हैं – Letter of Credit, Bank Guarantee.

बिज़नेस लोन के लिए योग्यता एवं शर्तें:

  • व्यक्ति, फुटकर व्यापारी, व्यापारी, केवल सर्विस, SME, MSME, सोल-प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप फर्म, पब्लिक और प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां, लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप, व्यापार और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्रों में काम करने वाले संस्थान आदि बिज़नेस लोन के अप्लाई कर सकते हैं।
  • आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष एवं अधिकतम 65 वर्ष होना चाहिए।
  • बिज़नेस रिकॉर्ड न्यूनतम 2 वर्ष (लाभ में) होना चाहिए।
  • न्यूनतम 2 वर्ष का बिज़नेस अनुभव हो।
  • भारतीय नागरिक जिसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड न हो।
  • आवेदक का पिछला कोई लोन डिफ़ॉल्ट न हो।
  • Cibil Score 700 या उससे ज्यादा हो।
  • आवेदक के पास दुकान, मकान या कार्यालय होना चाहिए।
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बिज़नेस लोन के लिए जरुरी दस्तावेज:

  • बिज़नेस प्लान
  • Application Form पासपोर्ट साइज फोटो के साथ भरा हुआ।
  • आवेदक के KYC Documents (आधार, पहचान पत्र, पैनकार्ड इत्यादि)
  • बिज़नेस का Address Proff
  • Business Ownership का Proff
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीनों का)
  • पिछले 2 वर्षों का ITR (इनकम टैक्स रिटर्न), आय, बैलेंस शीट, Profit and Loss अकाउंट (CA द्वारा ऑडिटेड)
  • इनकम टैक्स रिटर्न, ट्रेड लाइसेंस, सेल्स टैक्स सर्टिफिकेट
  • सोल प्रोपराइटर डिक्लेरेशन, पार्टनरशिप एग्रीमेंट की वैरीफाइड कॉपी, मेमोरेंडम की वैरिफाइड कॉपी, और एसोसिएशन आर्टिकल्स जो डायरेक्टर द्वारा वैरीफाइड होना चाहिए और बोर्ड संकल्प की ओरिजनल कॉपी होनी चाहिए।

बिज़नेस लोन पर ब्याज व शुल्क कितना लगता हैं?

बिज़नेस लोन पे लगने वाला ब्याज कई बातों बात पर निर्भर करता हैं जैसे बिज़नेस लोन किस तरह का हैं और बिज़नेस किस प्रकार का हैं, आवेदक की प्रोफाइल, उसका क्रेडिट स्कोर, लोन की राशि व् उसकी अवधि, बिज़नेस प्रॉफिट इत्यादि।

बिज़नेस लोन के अंतर्गत सभी बैंकों और NBFC की ब्याज दरें भी अलग अलग हो सकती हैं और ये समय समय पर बदलती रहती हैं। इसके अलावा शुल्कों पर GST व सर्विस टैक्स अलग से लगाया जाता हैं।

Business Loan के लिए Apply कैसे करें? (Business Loan Kaise le in Hindi?)

अपनी जरुरत के अनुसार किसी भी प्रकार के बिज़नेस लोन के लिए आप दो तरीके से आवेदन कर सकते हैं पहला ऑफलाइन यानि अपने बैंक की निकटम शाखा में जाकर बैंक मैनेजर से बात करें और दूसरा बैंक की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करें।

ऑफलाइन तरीके के अंतर्गत आपको बैंक मैनेजर को अपने बिज़नेस के बारे में पूरी प्लानिंग और जरुरी जानकारी देनी होगी। इस दौरान आपको ऊपर उल्लेखित जरुरी दस्तावेजों की जरूरत भी पड़ेगी। अतः इसके लिए पहले ही तैयार करके रखें।

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Business Loan Kaise le in Hindi?

ऑनलाइन आवेदन के अंतर्गत आपको बैंक की वेबसाइट पे जाकर बिज़नेस लोन के लिए जरुरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे।

इन दोनों ही तरीकों में बैंक तक आपकी जानकारी पहुँच जाएगी और आपके Business Plan और आपकी प्रोफाइल को चेक करने के दौरान यदि बैंक को लगेगा कि आपका बिज़नेस आगे चलकर प्रॉफिट कमा सकता हैं और आप समय पर उस लोन को चुका पाएंगे तभी बैंक आपका लोन मंजूर (Loan Approved) करेगा।

FAQs- Business Loan से सम्बंधित आपके सवाल और उनके जवाब

1. आधार कार्ड पर लोन कितने तक का मिल सकता है?

प्रधानमंत्री लोन योजना के अंतर्गत आपको 10 लाख रूपये तक का लोन मिल सकता हैं।

2. बिजनेस लोन कौन सा बैंक देता है?

लगभग सभी बैंक और NBFC बिज़नेस लोन प्रदान करते हैं।

3. बिजनेस लोन कितने परसेंट ब्याज पर मिलता है?

सभी बैंको और NBFC की ब्याज दरें अलग अलग होती हैं जो नॉर्मली 14% से लेकर 24% तक होती हैं।

4. दुकान पर लोन कैसे लिया जाता है?

इस लेख में ऊपर बताई पूरी प्रक्रिया को समझकर आप दुकान के लिए Loan Apply कर सकते हैं।

5. बेरोजगार को लोन कैसे मिलेगा?

Prime Minister Employment Generation Programme (PMEGP) अर्थात प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत देश के बेरोजगार युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए 10 लाख रूपये तक का लोन दिया जाता हैं।

6. बिजनेस लोन कितने प्रकार का होता है?

बिज़नेस लोन दो प्रकार का होता हैं Secured Loan और Unsecured Loan.

7. जिला उद्योग केंद्र से लोन कैसे मिलता है?

जिला उद्योग केंद्र से लोन लेने के लिए सिर्फ ऑनलाइन ही आवेदन किया जा सकता हैं। इसके लिए उद्योग आधार की वेबसाइट- Jila Udyog Kendra Website (https://udyogaadhaar.gov.in) पर जाना होगा। और रजिस्ट्रेशन करना होगा।

8. प्रधानमंत्री लोन योजना कौन कौन सी है?

PMMY (प्रधानमंत्री मुद्रा योजना) एक ऐसी लोन योजना हैं जिसे कारोबारियों को बिना ब्याज के लोन सुविधा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया हैं। इसके अंतर्गत तीन प्रकार दिए जाते हैं- शिशु मुद्रा लोन, किशोर मुद्रा लोन और तरुण मुद्रा लोन। इसमें 50000 तक मुद्रा लोन दिया जाता हैं।

9. आठवीं की मार्कशीट पर कितना लोन मिल सकता है?

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना जिसके तहत 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके आठवीं पास युवा 25 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं। 

10. बिजनेस लोन लेने के फायदे क्या हैं?

इससे बिज़नेस में Cash Flow बढ़ता हैं जिससे बिज़नेस की जरूरतों को पूरा करने मदद मिलती हैं।

11. कौन कर सकता है बिजनेस लोन के लिए आवेदन?

खुद का कारोबार कर रहे व्यक्ति, कारोबारी या उद्यमी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां और पार्टनरशिप फर्म

तो मित्रों ये थी जानकारी बिज़नेस लोन के बारे जिसमें आपने जाना कि बिज़नेस लोन क्या हैं?, बिज़नेस लोन कितने प्रकार के होते हैं?, बिज़नेस लोन के लिए योग्यता एवं शर्तें क्या हैं? एवं आप बिज़नेस लोन कैसे ले सकते हैं? (Business Loan Kaise le in Hindi?)

अगर आप भी अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने या कोई प्लांट लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो आप भी बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं या अगर आप पहले से ही कोई कारोबार कर रहे हैं और उसे बढ़ाने के लिए या उसकी जुड़ी जरूरतें पूरी करने के लिए पैसे की दिक्कत महसूस कर रहे हैं तो भी आप बिजनेस लोन ले सकते हैं।

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